एचडीऍफ़सी बैंक में फर्जी चेक से 70 लाख की ठगी, 2 बैंक कर्मचारी सहित 4 आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ठगी से संबंधित मामले में सरकण्डा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। जहां एचडीएफसी बैंक में फर्जी चेक से 70 लाख की ठगी का खुलासा हुआ है। इस ठगी में शामिल 2 बैंक कर्मचारी समेत 4 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, गुड़गांव कंपनी के खाते से 1 करोड़ 40 लाख की फर्जी निकासी का मामला है। आरोपी एडवर्ड थॉमस ने सरकण्डा शाखा से 70 लाख रुपए निकाले थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है।
महिला डि्टी डायरेक्टर से ठगी
वहीं 20 जुलाई को भी राजधानी रायपुर से साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया था। संचालनालय में पदस्थ महिला डिष्टी डायरेक्टर से साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर करीब 90 लाख रूपये की ठगी कर ली। मार्च महीने से लेकर अब तक अलग-अलग किश्तों में यह ठगी की गई है। जानकारी के अनुसार, ठगों ने महिला अधिकारी को शेयर मार्केट में भारी रिटर्न मिलने का झांसा दिया। शुरुआत में मामूली रकम निवेश कर अच्छा लाभ दिखाया गया, जिससे विश्वास में लेकर आरोपी लगातार किश्तों में बड़ी रकम मंगाते रहे।
जल्द होगा साइबर ठगों का भंडाफोड़
महिला ने फोनपे और आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) के माध्यम से कुल 90 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब काफी समय बीतने के बाद भी लाभ नहीं मिला तो महिला को ठगी का अहसास हुआ। पीड़िता की शिकायत पर राखी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस ने कहा कि, जल्द ही आरोपियों का सुराग निकाला जाएगा और साइबर ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ किया जाएगा।
जानिए क्या होता है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस)
रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट यानी आरटीजीएस एक ऐसी बैंकिंग सुविधा है जिसके जरिए आप बड़ी रकम का लेन-देन तुरंत कर सकते हैं। ‘रियल टाइम’ का मतलब है पैसे का ट्रांसफर बिना किसी देरी के तुरंत हो जाता है, और ‘ग्रॉस सेटलमेंट’ का मतलब है पूरा पैसा एक बार में ट्रांसफर होता है, किसी हिस्सों में नहीं। आरटीजीएस का इस्तेमाल ज्यादातर बड़ी रकम (₹2 लाख या उससे ज्यादा) भेजने के लिए किया जाता है। इसमें पैसा सीधा एक बैंक से दूसरे बैंक में तुरंत पहुंचता है, जिससे समय की बचत होती है और ट्रांजेक्शन बहुत सुरक्षित रहता है। आरटीजीएस आमतौर पर बैंक के कामकाजी में ही काम आता है।