नक्सल उन्मूलन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 295 अधिकारी-कर्मचारियों को मिली पदोन्नति

रायपुर : छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल ऑपरेशन के बीच बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए अच्छी खबर है. ताजा अपडेट के मुताबिक, नक्सल उन्मूलन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 295 अधिकारी-कर्मचारियों की पदोन्नति की गई है.यह प्रमोशन आउट ऑफ टर्न दिया गया है.डीजीपी ने आदेश जारी किया है. लिस्ट में आप उन अधिकारी-कर्मचारियों के नाम देख सकते हैं जिनको पदोन्नति मिली है.
छत्तीसगढ़ में हुए विभिन्न पुलिस-नक्सली मुठभेड़ों में अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देने वाले 295 अधिकारी-कर्मचारियों को क्रम से पूर्व पदोन्नति प्रदान की गई. सिपाही से लेकर सब इंस्पेक्टर स्तर के पुलिसकर्मियों का नाम शामिल हैं. इस संबंध में डीजीपी ने आदेश जारी किया है.
‘नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक खत्म करने के लिए हम प्रतिबद्ध’
सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक खत्म करने के संकल्प को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने बताया कि “ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट” में कोबरा, सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस की टीमों ने मिलकर 31 नक्सलियों के शव बरामद किए, जिनमें से 28 की पहचान हो चुकी है. यह ऑपरेशन 1200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में चलाया गया, और सूचना है कि कई अन्य नक्सली भी मारे गए हैं.
सरकार ने बस्तर को एलडब्लूई से मुक्त घोषित कर दिया
डीजी सीआरपीएफ ने कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों का खात्मा पहले कभी नहीं हुआ. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी खबर है. कई साल से नक्सलवाद का शिकार रहे छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला आखिरकार ‘नक्सल मुक्त’ हो गया है. यह ऐलान खुद केंद्र सरकार ने किया है. करीब चार दशक बाद, केंद्र सरकार ने बस्तर को एलडब्लूई से मुक्त घोषित कर दिया है. हाल ही में सुरक्षाबलों द्वारा कई बड़े नक्सल कमांडरों को मारने के बाद अब केंद्र सरकार ने यह घोषणा की है.